बैंक, किसान और समूह के बीच समन्वय स्थापित कर सर्वागीण विकास ही मेरा ध्येय– केतन तुरकर
प्रतिनिधि।
गोंदिया। 13 सालों बाद होने जा रहे गोंदिया डिस्ट्रिक्ट सेंट्रल को ऑपरेटिव बैंक के रोचक चुनाव में बड़े दिग्गज नेताओं के बीच एक चेहरा ऐसा भी है जो कम उम्र के पड़ाव में एक सोच और संकल्प के साथ मैदान में दिखाई दे रहा है।
किसानों की बैंक कहे जाने वाले जीडीसीसी बैंक चुनाव में एनसीपी-भाजपा युति अंतर्गत सहकार पैनल से विविध कार्यकारी सेवा सहकारी संस्था गोंदिया तालुका से केतन तुरकर उम्मीदवार है। केतन तुरकर पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं वर्तमान सांसद प्रफुल्ल पटेल की युवा टीम के खास युवा आइकॉन एवं पूर्व विधायक तथा जीडीसीसी बैंक के अध्यक्ष रहे राजेन्द्र जैन के बेहद करीबी है।
केतन तुरकर को सहकार युति अंतर्गत एनसीपी ने अपने 10 सीटों में शुमार कर बड़ी उपलब्धि दी है। केतन तुरकर अभी मात्र 37 साल के है। उनकी राजनीति की शुरुआत कॉलेज के यूनिवर्सिटी चुनाव में सहयोग से हुई है। वे सबसे पूर्व NCP विद्यार्थी सेल के अध्यक्ष रहे और राष्ट्रवादी युवक कांग्रेस के जिलाध्यक्ष बनने तक का सफर तय किया है।
केतन तुरकर बिरसोला जिला परिषद क्षेत्र अंतर्गत आने वाले ग्राम कोरनी के प्रतिष्ठित परिवार से है। उनके पिता शिवशंकर तुरकर एक आदर्श शिक्षक एवं वरिष्ठ समाजसेवी रहे है। केतन तुरकर की धर्मपत्नी नेहा तुरकर बिरसोला जिला परिषद क्षेत्र से वर्तमान में जिप सदस्या है और जिला महिला बैंक की संचालक है।
केतन तुरकर शिक्षक सहकारी कर्मचारी पत संस्था सतोना के सचिव है, राष्ट्रीय माध्यमिक विद्यालय सहकारी ग्राहक संस्था, श्री विट्ठल रूखमणी ट्रस्ट, कोरनी और गौशाला के सचिव सहित अनेक संस्थाओं और संगठनों से जुड़े हुए है।
केतन तुरकर के ग्रामीण स्तर पर किये जा रहे कार्यो और उनकी कटिबद्धता को देख उन्हें किसानों के हित के लिए गोंदिया जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक के संचालक हेतु चुनाव में विविध कार्यकारी सेवा सहकारी संस्था हेतु ये अवसर मिलना बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है।
बता दे कि जीडीसीसी बैंक के 20 संचालक पद हेतु आगामी 29 जून को मतदान होने जा रहा है। केतन तुरकर, विविध कार्यकारी सेवा सहकारी संस्था गोंदिया से संचालक प्रतिनिधि के रूप में मैदान में है। अभी उनके सामने 6 लोग मैदान में है जिन्होंने इस गट से संचालक प्रतिनिधि हेतु फार्म भरा है। गोंदिया तालुका में इस गट से कुल 62 वोटर है जो अपना मतदान कर हार-जीत का फैसला तय करेंगे।
केतन तुरकर कहते है, वे जीडीसीसी बैंक का चुनाव बैंक, संस्था और किसानों के बीच पुलिया बनकर कार्य करेंगे। बैंक प्रतिनिधि के रूप में तीनों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित होकर सर्वागीण विकास हो यही उनका ध्येय है। किसानों की बैंक किसानों की सेवा में अग्रसर रहकर सेवा सहकारी संस्था को मजबूती मिले यही उनका संकल्प है।